Important news for customers: आज से भारत के अधिकांश बैंकों ने अपने ATM चार्ज में बदलाव किए हैं। यह परिवर्तन भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के निर्देशानुसार किया गया है, जिससे आम नागरिकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। आइए जानें इन नए नियमों के बारे में विस्तार से।
RBI ने दी मंजूरी
भारतीय रिज़र्व बैंक ने 28 मार्च को एटीएम शुल्क में बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी। इस नई व्यवस्था के अनुसार, बैंक ग्राहक अपने ही बैंक के एटीएम से एक महीने में केवल 5 मुफ्त लेनदेन (वित्तीय और गैर-वित्तीय) कर सकेंगे। इसके बाद प्रत्येक लेनदेन पर अतिरिक्त शुल्क देना होगा।
नया शुल्क कितना है?
पहले जहां फ्री लिमिट समाप्त होने के बाद अधिकतम 21 रुपये प्रति लेनदेन शुल्क लिया जाता था, वहीं अब यह राशि बढ़कर 23 रुपये हो गई है। यानी आज से प्रत्येक अतिरिक्त लेनदेन पर आपको 2 रुपये अधिक देने होंगे। इसके अलावा, इस राशि पर लागू कर (जीएसटी) अलग से देना होगा।
मेट्रो और नॉन-मेट्रो शहरों में अंतर
नए नियमों के अनुसार, अगर आप दूसरे बैंक के एटीएम का उपयोग करते हैं, तो मेट्रो शहरों में एक महीने में केवल 3 मुफ्त लेनदेन कर सकेंगे। वहीं, नॉन-मेट्रो शहरों में यह सीमा 5 मुफ्त लेनदेन है। यदि आप अपने ही बैंक के एटीएम का उपयोग कर रहे हैं, तो हर महीने 5 मुफ्त लेनदेन कर सकते हैं। इसके बाद हर लेनदेन पर 23 रुपये का शुल्क देना होगा।
कौन-कौन से बैंकों ने लागू किए नए नियम?
भारतीय स्टेट बैंक (SBI), एचडीएफसी बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और इंडसइंड बैंक जैसे बड़े बैंकों ने आज से ये नए नियम लागू कर दिए हैं। इन बैंकों ने अपने ग्राहकों को सूचित किया है कि फ्री लिमिट के बाद हर लेनदेन पर 23 रुपये और उस पर जीएसटी का भुगतान करना होगा।
गैर-वित्तीय लेनदेन पर भी शुल्क
पंजाब नेशनल बैंक के अनुसार, गैर-वित्तीय लेनदेन (जैसे बैलेंस चेक करना, मिनी स्टेटमेंट निकालना) पर भी 11 रुपये का शुल्क लगेगा। यह नियम सभी प्रकार के लेनदेन पर लागू होता है, चाहे वह नकदी निकालना हो या अन्य कोई सेवा।
कैश रिसाइकलर मशीनों पर भी लागू होंगे नियम
RBI के नए निर्देशों के अनुसार, ये नियम कैश रिसाइकलर मशीनों पर किए गए लेनदेन पर भी लागू होंगे। इन मशीनों पर भी आवश्यकतानुसार समान शुल्क लिया जाएगा।
आम नागरिकों पर प्रभाव
यह बदलाव उन लोगों को अधिक प्रभावित करेगा जो एक महीने में कई बार एटीएम का उपयोग करते हैं। अगर कोई व्यक्ति महीने में 10 बार अपने बैंक के एटीएम से पैसे निकालता है, तो उसे 5 मुफ्त लेनदेन के बाद बाकी 5 लेनदेन के लिए 115 रुपये (23 रुपये प्रति लेनदेन) और उस पर जीएसटी का अतिरिक्त भुगतान करना पड़ेगा।
डिजिटल भुगतान को बढ़ावा
इस कदम से बैंक ग्राहकों को डिजिटल भुगतान की ओर अधिक प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं। UPI, मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग जैसे विकल्पों का उपयोग करके, ग्राहक इन अतिरिक्त शुल्कों से बच सकते हैं।
ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने मासिक एटीएम उपयोग की योजना बनाएं और जहां संभव हो, डिजिटल भुगतान विकल्पों का उपयोग करें। बड़ी राशि एक ही बार में निकालें ताकि एटीएम पर बार-बार जाने से बचा जा सके।
अस्वीकरण: यह जानकारी RBI और बैंकों द्वारा जारी निर्देशों के आधार पर दी गई है। अधिक विवरण के लिए कृपया अपने बैंक से संपर्क करें।