DA Hike: महंगाई से राहत देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को महंगाई भत्ता प्रदान किया जाता है। वर्तमान में केंद्र सरकार के कर्मचारियों को 55% का महंगाई भत्ता मिल रहा है, जिसमें 1 जनवरी 2025 को 2% की बढ़ोतरी की गई थी। अब जुलाई 2025 से फिर से महंगाई भत्ते में संशोधन किए जाने की तैयारी है, जिससे कर्मचारियों की जेब में कुछ और राहत मिलने की उम्मीद है।
महंगाई भत्ते के नियम और प्रक्रिया
केंद्र सरकार प्रतिवर्ष दो बार महंगाई भत्ते में संशोधन करती है – पहला जनवरी माह में और दूसरा जुलाई माह में। जनवरी से जून तक लागू रहने वाला महंगाई भत्ता और जुलाई से दिसंबर तक का महंगाई भत्ता अलग-अलग होता है। यह संशोधन बढ़ती महंगाई दर के आधार पर किया जाता है, ताकि कर्मचारियों की क्रय शक्ति पर महंगाई का असर कम हो सके।
जुलाई में हो सकती है 3 से 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जुलाई 2025 से लागू होने वाले महंगाई भत्ते में 3 से 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने की संभावना है। पिछले 78 महीनों में पहली बार जनवरी 2025 में महंगाई भत्ते में केवल 2% की बढ़ोतरी की गई थी, जिससे कई कर्मचारी निराश थे। अब उम्मीद है कि अगले संशोधन में बढ़ोतरी की दर बेहतर होगी। हालांकि, अंतिम निर्णय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार पर ही किया जाएगा।
CPI-IW के आंकड़े दे रहे हैं आशा
श्रम मंत्रालय के श्रम ब्यूरो ने मार्च 2025 के लिए अखिल भारतीय औद्योगिक श्रमिकों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक अंकों को जारी किया है, जिसमें सूचकांक में 0.2 की बढ़ोतरी देखी गई है। हर महीने इस प्रकार के आंकड़े जारी किए जाते हैं, और जुलाई से लागू होने वाले महंगाई भत्ते के लिए अगले कुछ महीनों के आंकड़े भी महत्वपूर्ण होंगे। इन्हीं आंकड़ों के आधार पर सरकार उचित फैसला लेगी।
1 जुलाई से लागू होगा नया महंगाई भत्ता
आने वाला जुलाई का महीना सभी केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि 1 जुलाई से नया महंगाई भत्ता लागू हो जाएगा। यह बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता दिसंबर 2025 तक मिलता रहेगा। हालांकि, इस बढ़ोतरी की आधिकारिक घोषणा अक्टूबर या नवंबर महीने में होने की संभावना है, जैसा कि पिछले वर्षों में होता आया है।
महंगाई भत्ते की घोषणा कैसे होती है?
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की घोषणा के लिए पहले केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक होती है, जिसमें प्रस्ताव पर विचार किया जाता है। बैठक में सहमति बनने के बाद ही बढ़ोतरी को मंजूरी मिलती है और आधिकारिक घोषणा की जाती है। परंपरा के अनुसार, जुलाई से लागू होने वाले महंगाई भत्ते की घोषणा अक्टूबर या नवंबर के महीने में की जाती है। इस बार भी इसी समय अवधि में घोषणा होने की उम्मीद है।
बढ़ोतरी से कितना बढ़ेगी सैलरी?
अगर महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी होती है, तो 18,000 रुपए की बेसिक सैलरी वाले कर्मचारी को वर्तमान के 9,900 रुपए की जगह 10,440 रुपए का महंगाई भत्ता मिलेगा। इस तरह, उनकी कुल सैलरी 28,440 रुपए (18,000 + 10,440) हो जाएगी। यानी ऐसे कर्मचारियों को हर महीने 540 रुपए अतिरिक्त मिलेंगे। हालांकि, अंतिम बढ़ोतरी कितनी होगी, यह सरकार के फैसले पर निर्भर करेगा।
कर्मचारियों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह बढ़ोतरी?
बढ़ती महंगाई के इस दौर में महंगाई भत्ते में होने वाली बढ़ोतरी कर्मचारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इससे उन्हें अपने दैनिक खर्चों को पूरा करने में मदद मिलती है। विशेष रूप से, खाद्य पदार्थों, ईंधन और अन्य आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के बीच यह राशि उनके लिए राहत लेकर आती है। यही कारण है कि केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी इस बढ़ोतरी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
अब जबकि जुलाई का महीना नजदीक आ रहा है, सभी केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की नजरें सरकार के फैसले पर टिकी हुई हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस बार सरकार उनकी उम्मीदों के अनुरूप महंगाई भत्ते में अच्छी-खासी बढ़ोतरी करेगी, जिससे उन्हें महंगाई से कुछ राहत मिल सकेगी।