Advertisement

लोन लेने वाले हो जाएं सावधान, बैंक इस तरीके से लगा रहे चूना, जान लें RBI के नियम RBI Rules Updates

By Meera Sharma

Published On:

RBI Rules Updates

RBI Rules Updates: आज के समय में लोन लेना आम बात हो गई है। चाहे घर खरीदना हो, शिक्षा के लिए पैसे चाहिए हों या फिर अन्य जरूरतें पूरी करनी हों – बैंक से लोन लेना एक आम विकल्प बन गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई बार बैंक ग्राहकों से अनुचित तरीके से ब्याज वसूल रहे हैं? इसी को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कई महत्वपूर्ण नियम बनाए हैं, जिनसे लोन लेने वाले उपभोक्ताओं को फायदा होगा। आइए जानें कि ये नियम क्या हैं और कैसे आप इनका लाभ उठा सकते हैं।

आरबीआई के नए नियम क्या हैं?

आरबीआई को पता चला है कि कई बैंक ग्राहकों से गलत तरीके से ब्याज वसूल रहे हैं। कई मामलों में बैंक लोन पास होने के बाद, चेक देने में देरी होने पर भी, लोन पास होने के समय से ही ब्याज वसूलना शुरू कर देते हैं। यह अनुचित प्रथा है। इसके अलावा, कई बार महीने के बीच में लोन मिलने पर भी पूरे महीने का ब्याज वसूला जाता है। आरबीआई ने इन प्रथाओं के खिलाफ सख्त निर्देश जारी किए हैं।

यह भी पढ़े:
indian currency notes 500 रुपये के नोट से बड़े नोट जारी करेगी सरकार, वित्त मंत्रालय ने किया साफ indian currency notes

बैंक कैसे काट रहे हैं उपभोक्ताओं की जेब?

कई बैंक चालबाजी करके ग्राहकों से अधिक पैसे वसूल रहे हैं। इसमें शामिल हैं:

1. लोन पास होने और चेक मिलने के बीच के समय का ब्याज वसूलना
2.महीने के मध्य में लोन मिलने पर भी पूरे महीने का ब्याज वसूलना
3.लोन का कुछ हिस्सा चुकाने के बावजूद पूरी राशि पर ब्याज लेना जारी रखना

यह भी पढ़े:
Ladli Behna Awas Yojana List लाड़ली बहना आवास योजना की नई लिस्ट जारी Ladli Behna Awas Yojana List

इन प्रथाओं से ग्राहकों को अनावश्यक रूप से अधिक ब्याज देना पड़ रहा है। ऐसी स्थिति में, अगर आप हाल ही में लोन लेने की सोच रहे हैं, तो अपने लोन की ब्याज दर को अच्छी तरह से समझना बेहद जरूरी है।

ब्याज की गणना कैसे होनी चाहिए?

आरबीआई के नियमों के अनुसार, बैंकों को ब्याज की गणना सही तरीके से करनी चाहिए। अप्रैल 2025 में, आरबीआई ने रेपो रेट को 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 6% कर दिया है। इससे फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट पर लिए गए लोन के ईएमआई में कमी आनी चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर होम लोन की ब्याज दर 8.75% से घटकर 8.50% हो जाती है, तो 50 लाख रुपये के 20 साल के लोन पर ईएमआई 44,186 रुपये से घटकर 43,391 रुपये हो जाएगी।

यह भी पढ़े:
Income Tax आपकी इन 6 ट्रांजेक्शन पर इनकम टैक्स विभाग भेजता है नोटिस, जवाब देते नहीं बनेगा Income Tax

फिक्स्ड और रिड्यूसिंग बैलेंस लोन में क्या अंतर है?

फिक्स्ड (या फ्लैट) इंटरेस्ट रेट ईएमआई में, पूरे लोन अवधि के लिए ब्याज की गणना शुरू में ही कर ली जाती है। इसमें ब्याज दर पूरी लोन अवधि के लिए एक समान रहती है। वहीं, रिड्यूसिंग बैलेंस ईएमआई में बचे हुए प्रिंसिपल राशि पर ही ब्याज की गणना होती है। इससे समय के साथ ब्याज की राशि कम होती जाती है और अंत में आप कम ब्याज चुकाते हैं।

आरबीआई के निर्देश और पेनल्टी चार्जेज

यह भी पढ़े:
Arrear पेंशनधारकों को मिलेगा डबल फायदा! DA बढ़ा, साथ में 3 महीने का Arrear

आरबीआई ने पेनल इंटरेस्ट की जगह पेनल चार्जेज का नियम लागू किया है। पहले, अगर कोई ग्राहक लोन के किसी नियम का उल्लंघन करता था, तो बैंक उसकी ब्याज दर बढ़ा देते थे। अब ऐसा नहीं होगा। बैंकों को अब स्पष्ट पेनल्टी चार्ज बताना होगा और यह जानकारी लोन एग्रीमेंट में साफ-साफ लिखनी होगी।

ऑनलाइन ट्रांजेक्शन पर जोर

आरबीआई ने यह भी निर्देश दिया है कि बैंकों को चेक के बजाय ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से लोन राशि का भुगतान करना चाहिए। इससे प्रक्रिया तेज होगी और ग्राहकों को अनावश्यक ब्याज नहीं देना पड़ेगा। बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि लोन की प्रक्रिया और वसूली का प्रोसेस पूरी तरह से सहज हो।

यह भी पढ़े:
8th Pay Commission Salary लग गया पता, सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में इतना होगा इजाफा, HRA की दरों में भी बदलाव 8th Pay Commission Salary

क्या आपको अधिक ब्याज चुकाना पड़ा है?

अगर किसी बैंक ने आपसे गलत तरीके से अधिक ब्याज या अन्य चार्ज वसूले हैं, तो आरबीआई के नए नियमों के अनुसार, बैंकों को यह राशि ग्राहकों को वापस करनी होगी। अगर आपको लगता है कि आपसे अधिक ब्याज वसूला गया है, तो आप अपने बैंक से संपर्क कर सकते हैं और आरबीआई के नए नियमों का हवाला दे सकते हैं।

लोन लेने से पहले क्या सावधानियां बरतें?

यह भी पढ़े:
Property Update प्रोपर्टी खरीदते वक्त समय इन बातों का ध्यान रखना जरूरी, फुल पेमेंट एग्रीमेंट के चक्कर में बर्बाद हो जाएगी जीवनभर की कमाई Property Update

लोन लेने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखें:

1.ब्याज दर की तुलना विभिन्न बैंकों से करें
2.लोन एग्रीमेंट को ध्यान से पढ़ें और सभी शर्तों को समझें
3.ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करके अपने ईएमआई की गणना करें
4.फ्लोटिंग या फिक्स्ड इंटरेस्ट रेट के बीच चुनाव करते समय सावधानी बरतें
5.प्री-पेमेंट पेनल्टी के बारे में जानकारी प्राप्त करें

आरबीआई के नए नियम लोन लेने वाले उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए बनाए गए हैं। इन नियमों से बैंकों द्वारा की जाने वाली अनुचित प्रथाओं पर रोक लगेगी और ग्राहकों को उचित और पारदर्शी तरीके से सेवाएं मिलेंगी। अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं, तो इन नियमों के बारे में जानकारी रखना आपके लिए फायदेमंद होगा और आप अनावश्यक खर्चों से बच सकेंगे।

यह भी पढ़े:
8th Pay Commission 1 करोड़ कर्मचारियों के खुशखबरी, बदल जाएगी HRA की कैलकुलेशन, समझें पूरा गणित 8th Pay Commission

Disclaimer

यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। लोन से जुड़े किसी भी निर्णय से पहले, कृपया अपने बैंक या वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। नियम और शर्तें समय-समय पर बदल सकती हैं, इसलिए नवीनतम जानकारी के लिए आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट या अपने बैंक से संपर्क करें।

यह भी पढ़े:
DA Hike कर्मचारियों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, जाने कितनी बढ़ी सैलरी और पेंशन DA Hike

Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

Leave a Comment

Join Whatsapp Group