Electricity Department Action: शहर के रामलीला मैदान स्थित 33/11 केवी विद्युत उपकेंद्र से जुड़े रेलवे फीडर पर लंबे समय से लाइनलास की समस्या बनी हुई थी। लाइनलास का अर्थ है तकनीकी और गैर-तकनीकी कारणों से होने वाला बिजली का नुकसान। इससे विभाग को भारी घाटा हो रहा था। इस समस्या का समाधान करने के लिए बिजली विभाग ने एक सघन चेकिंग अभियान चलाने का निर्णय लिया। यह अभियान काफी सफल रहा और इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
व्यापक जांच अभियान के परिणाम
बिजली विभाग ने रेलवे, भुजौली और हनुमान मंदिर फीडर पर कुल 2360 कनेक्शनों की जांच की। इस व्यापक जांच अभियान में 35 ऐसे उपभोक्ता पकड़े गए जो बिजली चोरी कर रहे थे या फिर मीटर में छेड़छाड़ कर बिजली का अवैध उपयोग कर रहे थे। विभाग ने इन सभी चोरी करने वालों के खिलाफ बिजली थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है ताकि कानूनी कार्रवाई की जा सके।
संयुक्त टीम का गहन चेकिंग अभियान
इस सफल अभियान में उपखंड अधिकारी चंद्रभूषण कुमार की विजिलेंस टीम और अवर अभियंता शशांक चौबे की संयुक्त टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम ने 15 अप्रैल से 11 मई तक लगातार अबूबकर नगर, बजाजी गली, आर्य समाज गली और बरहज गली में चेकिंग अभियान चलाया। इन इलाकों में बिजली चोरी की शिकायतें अधिक थीं, इसलिए विशेष रूप से इन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया।
अभियान के आर्थिक लाभ
इस सघन चेकिंग अभियान के चलते रेलवे फीडर पर लाइनलास में 10 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई। यह विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही विभाग ने 1.72 करोड़ रुपये का राजस्व भी वसूल किया, जो अन्यथा नुकसान के खाते में जाता। भविष्य में बिजली चोरी पर अंकुश लगाने के लिए विभाग ने 980 स्मार्ट मीटर भी लगाए हैं, जिससे बिजली की चोरी पर निगरानी रखना आसान होगा।
कम लोड पर अधिक खपत करने वालों की भी पहचान
चेकिंग अभियान के दौरान विभाग ने ऐसे 170 उपभोक्ताओं की भी पहचान की, जो अपने कनेक्शन पर कम लोड दर्शा रहे थे, लेकिन वास्तव में वे अधिक बिजली की खपत कर रहे थे। इन सभी उपभोक्ताओं का लोड बढ़ाया गया, जिससे उन्हें उनके वास्तविक उपयोग के अनुसार बिल मिलेगा और विभाग को भी उचित राजस्व प्राप्त होगा। इसके अतिरिक्त, अभियान के दौरान 35 नए कनेक्शन भी दिए गए।
भविष्य की योजना
अधिशासी अभियंता राकेश कुमार वर्मा के अनुसार, रेलवे फीडर पर हाई लाइनलास को कम करने में यह चेकिंग अभियान अत्यंत सफल रहा है। उन्होंने बताया कि विभाग भविष्य में भी ऐसे अभियान लगातार चलाता रहेगा, ताकि बिजली चोरी पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जा सके और विभाग को होने वाले घाटे से बचाया जा सके।
विभाग के प्रयासों का महत्व
बिजली चोरी न केवल विभाग के लिए आर्थिक नुकसान का कारण बनती है, बल्कि यह ईमानदार उपभोक्ताओं पर भी बोझ डालती है। इसके अलावा, ये अवैध कनेक्शन और मीटर में छेड़छाड़ दुर्घटनाओं का कारण भी बन सकते हैं। इसलिए बिजली विभाग का यह अभियान न केवल विभाग के हित में है, बल्कि समाज के हित में भी है। ऐसे अभियानों से ईमानदार उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी और विभाग अपने संसाधनों का बेहतर उपयोग कर सकेगा।