Fitment Factor Salary Hike: केंद्र की मोदी सरकार ने जनवरी 2024 में 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद से केंद्रीय सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगी बेसब्री से इसकी रूपरेखा और संभावित सैलरी बढ़ोतरी को लेकर चर्चा कर रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर फिटमेंट फैक्टर कितना होगा और वास्तव में सैलरी कितनी बढ़ेगी? यह वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से लागू होने वाला है, क्योंकि 7वें वेतन आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है?
फिटमेंट फैक्टर एक गुणांक है जिसका उपयोग नए वेतन आयोग में मूल वेतन की गणना के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी का वर्तमान मूल वेतन 18,000 रुपये है और फिटमेंट फैक्टर 2.86 है, तो उनका नया मूल वेतन 51,480 रुपये हो सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि यह बढ़ोतरी पहली नज़र में जितनी बड़ी लगती है, वास्तव में उतनी महत्वपूर्ण नहीं होती। इसका कारण यह है कि इसमें महंगाई भत्ता और अन्य भत्ते भी शामिल होते हैं, जिन्हें नए मूल वेतन में समायोजित किया जाता है।
पिछले वेतन आयोगों का फिटमेंट फैक्टर
छठे वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.86 था, जिससे कर्मचारियों को औसतन 54 प्रतिशत की वेतन वृद्धि मिली थी। इसके बाद, सातवें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर बढ़कर 2.57 हो गया, लेकिन वास्तविक वेतन वृद्धि सिर्फ 14.2 प्रतिशत ही रही। इसका मुख्य कारण यह था कि फिटमेंट फैक्टर का बड़ा हिस्सा महंगाई भत्ते को समायोजित करने में इस्तेमाल हो गया। सातवें वेतन आयोग के दौरान, मौजूदा वेतन के साथ 125 प्रतिशत महंगाई भत्ता जोड़ा गया था। उस स्थिति में 2.57 के फिटमेंट फैक्टर में से सिर्फ 0.32 हिस्सा ही “नई बढ़ोतरी” माना जा सकता था। यानी, कुल बढ़ोतरी का केवल 14.2 प्रतिशत ही वास्तविक लाभ था, बाकी सब पहले से मिलने वाली राशि का नया स्वरूप था।
8वें वेतन आयोग में क्या हो सकता है?
विभिन्न कर्मचारी संगठनों की मांग है कि 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 रखा जाए, ताकि वेतन और पेंशन में “वास्तविक बढ़ोतरी” महसूस हो सके। लेकिन फाइनेंशियल एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व वित्त सचिव सुभाष गर्ग का कहना है कि इतनी बड़ी बढ़ोतरी व्यावहारिक रूप से संभव नहीं लगती। विशेषज्ञों का अनुमान है कि फिटमेंट फैक्टर लगभग 1.92 के आसपास तय हो सकता है। अगर ऐसा होता है, तो न्यूनतम मूल वेतन 34,560 रुपये तक पहुंच सकता है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार भी फिटमेंट फैक्टर का बड़ा हिस्सा महंगाई समायोजन में ही चला जाएगा।
वर्तमान में आयोग की क्या स्थिति है?
8वें वेतन आयोग के लिए सरकार ने हाल ही में दो सर्कुलर जारी करके 40 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। इन पदों पर विभिन्न विभागों से प्रतिनियुक्ति के आधार पर अधिकारियों की नियुक्ति की जा रही है। जल्द ही आयोग का Terms of Reference (ToR) जारी होगा, जिसके बाद चेयरमैन और अन्य सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी। 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें 1 जनवरी 2026 से लागू होनी हैं, क्योंकि 7वें आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।
सरकार पर वित्तीय बोझ
सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन से सरकार पर 1.02 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय बोझ पड़ा था। 8वें वेतन आयोग में अगर फिटमेंट फैक्टर अधिक रहा, तो यह बोझ और भी बढ़ सकता है। इसलिए सरकार इस बार फूंक-फूंककर कदम रख रही है, ताकि वित्तीय संतुलन बना रहे। सरकार को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि वेतन वृद्धि से कर्मचारियों को वास्तविक लाभ हो, लेकिन साथ ही सरकारी खजाने पर अत्यधिक बोझ न पड़े।
कर्मचारियों की उम्मीदें
केंद्रीय सरकारी कर्मचारी और पेंशनभोगी 8वें वेतन आयोग से बहुत उम्मीदें लगाए बैठे हैं। वे चाहते हैं कि इस बार वेतन में महत्वपूर्ण वृद्धि हो, जिससे बढ़ती महंगाई के दौर में उन्हें वास्तविक राहत मिले। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि सिर्फ महंगाई भत्ते के समायोजन से कर्मचारियों को कोई अतिरिक्त लाभ नहीं होता। उनकी मांग है कि 8वें वेतन आयोग में ऐसा फिटमेंट फैक्टर तय किया जाए, जिससे वेतन में वास्तविक वृद्धि हो और कर्मचारियों के जीवन स्तर में सुधार आए।
8वां वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से लागू होने वाला है। इसके गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और जल्द ही इसका पूरा ढांचा तैयार हो जाएगा। फिटमेंट फैक्टर कितना होगा, यह अभी तय नहीं है, लेकिन विशेषज्ञों का अनुमान है कि यह 1.92 के आसपास हो सकता है। कर्मचारियों को सावधानी से वेतन वृद्धि का आकलन करना चाहिए, क्योंकि पिछले अनुभवों से पता चलता है कि फिटमेंट फैक्टर का बड़ा हिस्सा महंगाई भत्ते के समायोजन में चला जाता है। आने वाले महीनों में जैसे-जैसे आयोग का काम आगे बढ़ेगा, तब 8वें वेतन आयोग की सिफारिशों और वास्तविक वेतन वृद्धि के बारे में अधिक स्पष्टता आएगी।
डिस्क्लेमर
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। 8वें वेतन आयोग से संबंधित अंतिम निर्णय और फिटमेंट फैक्टर सरकार द्वारा घोषित किए जाने के बाद ही मान्य होंगे। कृपया अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक सरकारी अधिसूचनाओं का संदर्भ लें।